आर्द्रा नक्षत्र नक्षत्रों में छठा नक्षत्र है। संस्कृत में आर्द्रा का अर्थ होता है नम। आर्द्रा नक्षत्र के चरण मिथुन राशि में आते हैं। मिथुन राशि का स्वामी बुध है। वहीं आर्द्रा नक्षत्र का स्वामी राहु है, इसलिए इस नक्षत्र के लोगों पर बुध और राहु दोनों का असर होता है। जानते हैं आर्द्रा नक्षत्र (ardra nakshatra) में पैदा हुए लोगों की क्या विशेषता होती है-
बुद्धिमान होते हैं आर्द्रा नक्षत्र (ardra nakshatra) के लोग
आर्द्रा नक्षत्र के लोग बुद्धिमान होते हैं, क्योंकि इस नक्षत्र के चरण मिथुन राशि में होते हैं और बुध के असर के कारण इनका दिमाग काफी होता है। हालांकि कई बार ये लोग बहुत चालाकी से अपना काम निकलवा लेते हैं। कूटनीति और राजनीति में इनकी चालाकियां काफी काम आती है। हालांकि ये लोग बहुत कठोर परिश्रमी और कर्तव्यनिष्ठ होते हैं। यदि इनकी कुंडली में राहु और बुध अच्छे हैं, तो इन्हें बड़ी ऊंचाई जाने में कोई नहीं रोक सकता है। आर्द्रा नक्षत्र (ardra nakshatra) में पैदा हुए लोगों को कई बार राजनीति बड़े पद पर जाते देखा गया है।
रिसर्च में अच्छे होते हैं आर्द्रा नक्षत्र के लोग
आर्द्रा नक्षत्र (ardra nakshatra) के लोग काफी अच्छे विश्लेषणकर्ता होते हैं। रिसर्च काम में आपका मन लगता है। कई बार ये अच्छा व्यवसाय भी कर पाते हैं। कई विषयों के बारे में बात करना या विभिन्न भाषाओं को समझना और बोलना इन्हें अच्छा लगता है। राहु के कारण कई बार इनका व्यवहार बेहद रहस्यमयी हो जाता है। कभी तो ये बहुत समझदार लगते हैं, तो कभी अबोध बालक जैसे। ये अपनी समस्याओं का जिक्र किसी से नहीं करते हैं। हालांकि इनकी सबसे बड़ी कमजोरी यह है कि ये अपने क्रोध पर नियंत्रण नहीं कर पाते हैं और कई बार राहु भी इन्हें भटकाता है।
आर्द्रा नक्षत्र (ardra nakshatra) में पैदा हुए लोगों की शिक्षा
आर्द्रा नक्षत्र से जुड़े रिसर्च के काम में अच्छे होते हैं। अक्सर ये लोग इसी फील्ड में आगे बढ़ना चाहते हैं। इसके अलावा जासूसी, मनोविज्ञान, ज्योतिष, आध्यात्म, भौतिकी, वायुयान इंजीनियरिंग, यातायात, संचार, मेडिकल, आयुर्वेद, होम्योपैथिक जैसे विषयों में इनकी शिक्षा काफी अच्छी होती है। 32 से 42 की उम्र के बीच ये लोग काफी तरक्की करते हैं।
कैसा होता है आर्द्रा नक्षत्र में जन्म लोगों का पारिवारिक जीवन
आर्द्रा नक्षत्र (ardra nakshatra) में जन्मे लोगों पारिवारिक और प्रेम जीवन सामान्य से अच्छा रहता है, लेकिन इन्हें अपने गुस्से पर नियंत्रण रखने की सलाह दी जाती है। आपको जीवनसाथी या प्रेमी से आपका मतभेद चलता रहता है। यहां आपको इस मतभेद को आगे बढ़ाने की बजाय विश्वास को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए। कई बार नौकरी या व्यवसाय के चलते ऐसे लोगों को परिवार से दूर भी जाना पड़ सकता है। आप जीवनसाथी या प्रेमी से बेहद लगाव रखते हैं और बदले में उसी विश्वास की आपको आशा रहती है।
आर्द्रा नक्षत्र (ardra nakshatra) में पैदा हुए लोगों का नकारात्मक पक्ष
– इस नक्षत्र का स्वामी राहु है, जो अक्सर इन्हें भ्रम और कल्पना में रखता है।
– इस नक्षत्र में मिथुन राशि के चरण आते हैं और मिथुन राशि के लोग द्विस्वभाव के होते हैं। वे एक बार में निर्णय
नहीं कर पाते हैं कि उन्हें करना क्या है।
– इस नक्षत्र के लोग कुछ गुस्सैल होते हैं। अचानक से किसी भी चीज पर रिएक्ट कर देते हैं।
– आर्द्रा नक्षत्र (ardra nakshatra) में पैदा हुए लोग कई बार अत्यधिक महत्वाकांक्षी होते हैं। इसका नुकसान उन्हें ही उठाना पड़ता है।