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विशाखा नक्षत्र (Vishakha nakshatra) में पैदा हुए लोग कैसे होते हैं और क्या हैं इनके सकारात्मक और नकारात्मक पक्ष

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ब्रह्मांड में उपस्थित 27 नक्षत्रों में से 16 वें स्थान पर आता है विशाखा नक्षत्र (Vishakha nakshatra) इस नक्षत्र का स्वामी गुरु ग्रह है और इस नक्षत्र के प्रथम तीन चरणों में पैदा हुए लोगों की राशि तुला होती है, जिसका स्वामी शुक्र है और अंतिम चरण में पैदा हुए लोगों की राशि वृश्चिक होती है, जिसका स्वामी मंगल है। इस प्रकार इस नक्षत्र में पैदा हुए लोगों पर जीवन पर्यंत गुरु, शुक्र एवं मंगल ग्रह का प्रभाव देखने को मिलता है। इस ग्रह के देवता अग्निदेव एवं इंद्रदेव हैं। आइए जानते हैं कैसे होते हैं विशाखा नक्षत्र में पैदा हुए लोग

विशाखा नक्षत्र (Vishakha nakshatra) में पैदा हुए लोगों का व्यक्तित्व एवं स्वभाव

विशाखा नक्षत्र में पैदा हुए लोग बहुत ही दृढ़निश्चयी होते हैं। ये अपना काम बड़ी दृढ़ता से करते हैं। ये जोशीले, ऊर्जावान और कर्मठ होते हैं। इनकी कद काठी अच्छी होती है और ये दिखने में बड़े ही आकर्षक होते हैं। ये अधिक से अधिक सुख प्राप्त करना चाहते हैं और इसके लिए कड़ी मेहनत करते हैं। ये जीवन में उत्सव, प्रेम, भोग विलासिता को बहुत महत्वपूर्ण मानते हैं और उसे पाने के लिए निरंतर प्रयास करते रहते हैं। ये स्वभाव के बड़े नम्र एवं मधुर होते हैं तथा अपनी बातों से सभी को मोहित कर लेते हैं।

इस नक्षत्र में पैदा हुए लोगों का सामाजिक दायरा भी काफी बड़ा होता है। इनमें नेतृत्व करने की क्षमता भी होती है और अपने निर्णय के बल पर ये सभी को मंत्रमुग्ध कर देते हैं। ये अच्छे वक्ता होते हैं और धार्मिक कार्यों में विशेष रूचि रखते हैं। सभी इनकी बातों पर भरोसा करते हैं। ये दूसरों की मदद करते हैं तथा सामाजिक सेवा से किसी ना किसी तरीके से अपने आप को जोड़ें रखते हैं।

विशाखा नक्षत्र (Vishakha nakshatra) में पैदा हुए लोगों की शिक्षा व कॅरियर

विशाखा नक्षत्र में पैदा हुए लोगों पर गुरु ग्रह का प्रभाव होने के कारण इनमे शिक्षा के प्रति विशेष दिलचस्पी होती है। ये बचपन से ही पढ़ाई में तेज होते हैं तथा उच्च शिक्षा प्राप्त करते हैं। ये हर विषय में अव्वल रहते हैं तथा किसी भी क्षेत्र में अपना कॅरियर बना सकते हैं। नौकरी के साथ-साथ ये व्यापार भी करते हैं और ये नौकरी करने वाले नहीं बल्कि देने वाले बनते हैं। ये फैशन, डिज़ाइनिंग, मॉडलिंग, कला व मनोरंजन, रेडियो व दूरदर्शन, राजनीति, सेना आदि से जुड़े कामों में अपना कॅरियर बनाते हैं और अच्छी सफलता हासिल करते हैं।

विशाखा नक्षत्र (Vishakha nakshatra) में पैदा हुए लोगों का पारिवारिक व वैवाहिक जीवन

विशाखा नक्षत्र में पैदा हुए लोगों को अपने परिवार से विशेष लगाव होता है। ये अपने परिवार से दूर रहना पसंद नहीं करते। इन्हें संयुक्त परिवार में रहना पसंद होता है। ये अधिक से अधिक अपने परिवार के साथ ही समय बिताना पसंद करते हैं। नौकरी या व्यापार के लिए यदि ये बाहर भी जाते हैं, तो अपने परिवार को अपने साथ ही रखना पसंद करते हैं। इनका जीवनसाथी सुंदर होता है और विवाह के बाद इनका भाग्य और अधिक चमकता है। संतान पक्ष की ओर से भी इन्हें लाभ प्राप्त होता है तथा इनकी संतान उच्च शिक्षा हासिल करती है। तुला राशि के कारण ये बैलेंस लाइफ जीना पसंद करते हैं।

विशाखा नक्षत्र (Vishakha nakshatra) में पैदा हुए लोगों की जीवन शैली

विशाखा नक्षत्र में पैदा हुए लोगों के पास धन की कभी कमी नहीं होती। ये कई तरीकों से धन कमाना जानते हैं और धन संचय करने का इन्हें शौक होता है। इनकी जीवन शैली सामान्य स्तर से ऊपर होती है। इन्हें सभी भौतिक सुख प्राप्त होते हैं। भूमि, भवन,वाहन, संपत्ति की इनके पास कभी कमी नहीं रहती। यदि कुंडली में दोष हों तो थोड़े उतार-चढ़ाव देखे जा सकते हैं लेकिन फिर भी यह उतार-चढ़ाव स्थिर नहीं रहते और ये जल्दी ही अपने जीवन स्तर को सुधार लेते हैं। धनोपार्जन के इनके पास अनेक तरीके होते हैं।

विशाखा नक्षत्र (Vishakha nakshatra) में पैदा हुए लोगों के नकारात्मक पक्ष

विशाखा नक्षत्र में पैदा हुए लोगों की कुंडली में यदि गुरु, शुक्र या मंगल की स्थिति खराब है तो ये लोग उग्र हो सकते हैं और गलत कार्यों में लिप्त हो सकते हैं। ऐसे लोग लोभी, कलहप्रिय, निष्ठुर, स्वार्थी, चालाक हो जाते हैं और अपना जीवन खराब कर सकते हैं। ऐसे में ये धनहानि और मानहानि करा बैठते हैं और इनका पारिवारिक एवं सामाजिक जीवन पूरी तरह बर्बाद तक हो जाता है।

विशाखा नक्षत्र (Vishakha nakshatra) में पैदा हुए लोगों को बरतने वाली सावधानियां एवं उपाय

विशाखा नक्षत्र को शुभ नक्षत्र माना गया है। यदि इस नक्षत्र में पैदा हुए लोग अपनी कुंडली में गुरु, शुक्र और मंगल ग्रह के दोषों का निवारण करा लें तो इन्हें शुभ फल प्राप्त होता है। साथ ही अपने क्रोध पर नियंत्रण कर अपने से बड़ों का सम्मान करना इनके लिए काफी फलदाई होता है। इन्हें इंद्रदेव एवं अग्नि देव की आराधना करनी चाहिए। भगवान श्री हनुमान जी की उपासना करना भी इनके लिए अत्यधिक शुभ माना गया है।

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